Sonbhadra News : मरीजों के लिए नहीं बल्कि रेलवे स्टेशन जाने के लिए डॉयल करें 108 नं0
वैसे तो डॉयल 108 नं0 एम्बुलेंस का उपयोग बीमार व घायलों को अस्पताल ले जाने के काम मे लिया जाता हैं लेकिन जनपद सोनभद्र में आप इस जीवनदायिनी एम्बुलेंस का उपयोग रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन या घूमने-फिरने के..

sonbhadra
5:15 AM, November 21, 2024
आनन्द कुमार चौबे (संवाददाता)
सोनभद्र । वैसे तो डॉयल 108 नं0 एम्बुलेंस का उपयोग बीमार व घायलों को अस्पताल ले जाने के काम मे लिया जाता हैं लेकिन जनपद सोनभद्र में आप इस जीवनदायिनी एम्बुलेंस का उपयोग रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन या घूमने-फिरने के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं। जी हाँ आपने सही सुना है, जहाँ मरीजों को एम्बुलेंस के इंतजार में घंटों स्ट्रेचर पर अस्पतालों में इंतजार करना पड़ता है और कभी-कभी तो इसी एम्बुलेंस के इंतजार में मरीजों के सांसों की डोर तक टूट जाती है लेकिन यहीं 108 नंबर एम्बुलेंस सेवा मरीजों को ससमय ढ़ोने के अतरिक्त अन्य सभी कार्य समय पर करने के लिए प्रतिबद्ध रहती है।
बुधवार की देर शाम एक ऐसा ही नजारा देखने को मिला। ज़ब शाम 7.33 मिनट पर एक डॉयल 108 नं0 एम्बुलेंस रॉबर्ट्सगंज रेलवे स्टेशन पर आकर रूकती है और उसमें से पिट्ठू बैग लिए एक व्यक्ति बाहर निकलता है और दौड़ कर ट्रेन में सवार हो जाता है। जिसके बाद एक मिनट रुकने के बाद एम्बुलेंस चालक वहाँ से एम्बुलेंस लेकर चला जाता है। एम्बुलेंस स्टॉप द्वारा एम्बुलेंस के दुरपयोग का यह कोई पहला मामला नहीं है इसके पूर्व भी एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ था जिसमें एम्बुलेंस सेवा के जिला प्रोजेक्ट मैनेजर एम्बुलेंस में सवार होकर सैर सपाटे पर निकले थे।
जिले में डायल 102/108 की कुल 46 एम्बुलेंस संचालित होती है लेकिन आये दिन समय पर एम्बुलेंस नहीं मिलने की मरीजों और उनके तीमारदारों की शिकायत रहती है। ऐसे में ज़ब जीवनदायिनी एम्बुलेंस का मरीज ढ़ोने के अतरिक्त अन्य कार्य लिया जायेगा तो मरीजों के लिए समय से एम्बुलेंस पहुंचने पर प्रश्न चिन्ह तो खड़ा होगा ही।
वहीं इस मामले पर ज़ब मुख्य चिकित्साधिकारी से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो उनके संपर्क नहीं हो पाया लिहाजा उनका पक्ष नहीं लिया जा सका।