Sonbhadra News : आदिवासियों के नायक बिरसा मुंडा की मनाई गई जयंती
विंढमगंज स्थित खेल मैदान में आयोजित हुआ सांस्कृतिक कार्यक्रम

सोनभद्र
10:07 PM, November 15, 2025
धर्मेन्द्र गुप्ता(संवाददाता)
विंढमगंज (सोनभद्र)। थाना क्षेत्र के अंतर्गत भारतीय इंटरमीडिएट कॉलेज के खेल मैदान में आज दोपहर के बाद लगभग 2:00 बजे आदिवासियों के नायक बिरसा मुंडा की जयंती बड़े ही धूमधाम के साथ सैकड़ो की तादाद में आदिवासी समाज के लोग नगर के हलवाई चौक, सुभाष तिराहा, मुडिसेमर तिराहा,सिता मोड सलैयाडिह से होकर रांची रीवा मार्ग पर चलते हुए पुनः खेल मैदान में पहुंचकर सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ-साथ बिरसा मुंडा के चित्र पर ग्राम प्रधान तारा देवी, मीरा सिंह गोंड, ओम प्रकाश रावत, संजय गोंड, विजय गोंड ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
इस दौरान संतोष सिंह गोंड एडवोकेट ने कहा कि बिरसा मुंडा का जन्म 15 नवंबर 1875 को उलीहातू गांव में हुआ था। उन्होंने कम उम्र में ही अंग्रेजों के खिलाफ 'मुंडा विद्रोह' का नेतृत्व किया, जो आदिवासियों के जल, जंगल और जमीन पर उनके अधिकारों के लिए था। उन्होंने आदिवासियों को एकजुट किया, उनके लिए "अबुआ दिसुम, अबुआ राज" (हमारी भूमि पर हमारा राज) का नारा दिया। 1900 में, उन्हें पकड़ लिया गया और रांची जेल में उनकी मृत्यु हो गई थी।ओमप्रकाश रावत ने कहा कि बिरसा मुंडा की लोकप्रियता कई कारणों से बढ़ी, जिनमें धार्मिक और सामाजिक सुधारों का नेतृत्व, आदिवासियों के अधिकारों के लिए संघर्ष, और ब्रिटिश शासन के खिलाफ उनका प्रतिरोध शामिल है। पारंपरिक आदिवासी मूल्यों पर आधारित 'बिरसाइत' आंदोलन चलाया, जिससे बड़ी संख्या में अनुयायी बने। उनकी नेतृत्व क्षमता, कड़ी मेहनत और अपनी पहचान बनाए रखने की वकालत ने उन्हें 'धरती आबा' (धरती का पिता) जैसा सम्माननीय स्थान दिलाया।
इस दौरान इलाके से आए आदिवासी समाज के लोगों ने एक से बढ़कर एक संस्कृत कलाओं की प्रस्तुति दी।
इस मौके पर हीरालाल मरपची, विजय सिंह गोंड, सुखदेव सिंह पोया, मुन्ना लाल गौतम, सुरेंद्र पासवान,जय मंगल उरैती,राजेश रावत,कार्तिक यादव, अभिषेक,अनिल कुमार, राजमती देवी, फौजदार सिंह,शिव कुमार आयाम, सुभाष भारती,अमरेश भारती निरंजन कुमार रावत सहित सैकड़ो लोग मौजूद थे।



