Sonbhadra News : मांगों को लेकर आशाओं ने किया पल्स पोलियो महाभियान का बहिष्कार कर प्रदर्शन
अपनी लंबित मांगों के समाधान न होने से नाराज आशा बहुओं ने रविवार को पल्स पोलियो महाभियान का बहिष्कार कर आशा यूनियन के बैनर तले प्रदर्शन करते हुए अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी....

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र वैनी पर प्रदर्शन करती आशा बहुएं....
sonbhadra
6:42 AM, December 15, 2025
आनन्द कुमार चौबे (संवाददाता)
सोनभद्र । अपनी लंबित मांगों के समाधान न होने से नाराज आशा बहुओं ने रविवार को पल्स पोलियो महाभियान का बहिष्कार कर आशा यूनियन के बैनर तले प्रदर्शन करते हुए अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी।
इसी क्रम में रविवार को वैनी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर बड़ी संख्या में आशाएं एकत्र होकर कार्यक्रम का बहिष्कार किया और हड़ताल को सफल बनाने का संकल्प लिया। आशा कर्मियों ने घोषणा की कि जब तक मांगें पूरी नहीं होंगी, तब तक जिले में कोई भी आशा किसी भी प्रकार का कार्य नहीं करेंगी।
आशा यूनियन नेताओं रिजवाना, शिवांगी, बुधनी, जानकी और तारा ने बताया कि 6 अक्टूबर 2025 को मुख्यमंत्री को ज्ञापन, 13 अक्टूबर को मांग पत्र तथा 1 नवंबर 2025 को पूर्ण कार्यबंदी के बावजूद न तो वर्ष 2025 का बकाया भुगतान किया गया और न ही 30 अक्टूबर तक प्रस्तावित त्रिपक्षीय वार्ता बुलाई गई, इससे आशा कर्मियों में गहरा रोष है। उन्होंने आगे बताया कि आशा यूनियन द्वारा 11 दिसंबर 2025 को मुख्य विकास अधिकारी को चेतावनी नोटिस सौंपते हुए स्पष्ट किया गया था कि यदि 14 दिसंबर को पल्स पोलियो अभियान के दौरान उनकी मांगों पर ठोस कार्रवाई नहीं हुई, तो 15 दिसंबर से जिलेभर में अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की जाएगी। इसके बावजूद प्रशासन और सरकार की ओर से कोई सकारात्मक पहल न किए जाने पर आशा कर्मियों ने आंदोलन का रास्ता अपनाया।वहीं यूनियन ने चेतावनी दी कि वर्षों से मिशन निदेशालय की मनमानी और सरकार की अनदेखी के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है, जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।
आशा कर्मियों की प्रमुख मांगों में बकाया प्रोत्साहन राशि का तत्काल भुगतान, आशा व आशा संगिनी को सरकारी कर्मचारी का दर्जा, न्यूनतम वेतन, ईपीएफ-ईएसआई, ग्रेच्युटी, स्वास्थ्य एवं जीवन बीमा, बेहतर कार्यदशा, मानदेय में वृद्धि, भ्रमण भत्ता, आधुनिक मोबाइल व इंटरनेट सुविधा तथा मृतक आशा कर्मियों के परिजनों को क्षतिपूर्ति शामिल है।
प्रदर्शन करने के दौरान तारा देवी, निरा देवी, सिताबी, सोनी, मालती, धनराजी, सुषमा, राधिका, संगीता, चंद्रावती, श्यामा, कौशल्या सहित बड़ी संख्या में आशाएं मौजूद रही।
वहीं पुरे मामले पर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 पंकज कुमार राय ने स्पष्ट किया कि "आशाओं के लंबित भुगतान के लिए शासन स्तर से 15 लाख रूपये से अधिक की धनराशि आवंटित हो चुकी है और शनिवार व रविवार को बैंक बंद होने के कारण उनका भुगतान नहीं हो पाया लेकिन सोमवार को उनका भुगतान हर हाल में कर दिया जायेगा। यदि उसके पश्चात भी कोई आशा हड़ताल पर रहती है और पोलियो महाभियान में ड्यूटी नहीं करती है तो उन्हें चिन्हित कर उनके विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी।"



