भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 101वीं जयंती के अवसर पर राष्ट्र प्रेरणा स्थल का बटन दबाकर पीएम मोदी ने किया लोकार्पण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लखनऊ में भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 101वीं जयंती के अवसर पर राष्ट्र प्रेरणा स्थल का बटन दबाकर लोकार्पण किया।

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9:06 PM, December 25, 2025
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लखनऊ में भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 101वीं जयंती के अवसर पर राष्ट्र प्रेरणा स्थल का बटन दबाकर लोकार्पण किया। इस मौके पर उन्होंने भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पंडित दीन दयाल उपाध्याय की विशाल कांस्य प्रतिमाओं का भी अनावरण किया।
राष्ट्र प्रेरणा स्थल के लोकार्पण के बाद पीएम मोदी ने कहा कि आज लखनऊ की ये भूमि एक नई प्रेरणा की साक्षी बन रही है । सभी को क्रिसमस की शुभकामनाएं देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सभी के जीवन में खुशियां लाए ये हमारी कामना है । 25 दिसंबर का ये दिन देश की दो महान विभूतियों के जन्म का अद्भुद संयोग लेकर आता है। भारत रत्न अटल विहारी बाजपेयी और मदन मोहन मालवीय. इन दोनों महापुरुषों ने भारत की एकता की रक्षा की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "आज अटल जी की जयंती का यह दिन, सुशासन के उत्सव का भी दिन है। लंबे समय तक देश में 'गरीबी हटाओ' जैसे नारों को ही सुशासन मान लिया गया था, लेकिन अटल जी ने सही मायनों में सुशासन को ज़मीन पर उतारा। आज डिजिटल पहचान की इतनी चर्चा होती है, उसकी नींव रखने का काम अटल जी की सरकार ने ही किया था।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, " आज आत्मनिर्भरता को हम नई बुलंदी दे रहे हैं। मेड इन इंडिया सामान दुनिया के कोने-कोने में पहुंच रहा है। यहां उत्तर प्रदेश में ही 'एक जनपद, एक उत्पाद' का बड़ा अभियान चल रहा है। छोटे उद्योगों और छोटी यूनिट्स की क्षमता बढ़ रही है। उत्तर प्रदेश में एक बहुत बड़ा डिफेंस कॉरिडोर बनाया जा रहा है। ब्रह्मोस मिसाइल, जिसकी ताकत दुनिया ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान देखी थी, अब लखनऊ में बन रही है। वह दिन दूर नहीं जब उत्तर प्रदेश का डिफेंस कॉरिडोर डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग के लिए दुनिया भर में जाना जाएगा। दशकों पहले पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने अंत्योदय का सपना देखा था। उनका मानना था कि भारत की प्रगति का पैमाना अंतिम पंक्ति में खड़े अंतिम व्यक्ति के चेहरे की मुस्कान से मापी जाएगी... दीनदयाल जी के सपने को मोदी ने अपना संकल्प बनाया है ।"



