कानपुर में साइबर ठगी का बड़ा मामला : जेके ग्रुप से 1.97 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी, व्हाट्सएप पर फर्जी एमडी बनकर दिए आदेश
कानपुर में साइबर ठगी का बड़ा मामला: जेके ग्रुप से 1.97 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी, व्हाट्सएप पर फर्जी एमडी बनकर दिए आदेश

kanapur
4:32 PM, July 22, 2025
कानपुर । शहर में साइबर अपराधियों ने बड़ी चालाकी से जेके ग्रुप की फर्म यदुपति ट्रेड ब्रिज प्राइवेट लिमिटेड को 1.97 करोड़ रुपये की भारी ठगी का शिकार बना लिया। आरोपी ने व्हाट्सएप पर कंपनी के प्रबंध निदेशक (एमडी) डॉ. राघवपति सिंघानिया की फोटो लगाकर एक फर्जी प्रोफाइल बनाई और कंपनी के निदेशक अनिल कुमार अग्रवाल को धोखे में ले लिया।
संदिग्ध नंबर से आए व्हाट्सएप मैसेज में खुद को एमडी बताकर एक “जरूरी डील” का हवाला देते हुए तत्काल 1.97 करोड़ रुपये ट्रांसफर करने का निर्देश दिया गया। अनिल कुमार ने इसे असली आदेश मानते हुए यश बैंक (सिविल लाइंस, कानपुर) से आरटीजीएस के जरिए कोलकाता स्थित एक बैंक खाते में पूरी राशि भेज दी।
कुछ समय बाद जब उन्होंने असली एमडी से बात की, तो इस धोखाधड़ी का खुलासा हुआ। इसके बाद कंपनी अधिकारी विपिन कुमार मिश्रा ने साइबर क्राइम सेल में शिकायत दर्ज कराई।
त्वरित कार्रवाई, 1.28 करोड़ रुपये होल्ड
शिकायत मिलते ही साइबर क्राइम सेल ने तत्परता दिखाई और संबंधित खाते में जमा 1.28 करोड़ रुपये को होल्ड कर लिया। संयुक्त पुलिस आयुक्त आशुतोष कुमार ने बताया कि अपराधियों ने कोलकाता स्थित एक बैंक खाते में यह रकम ट्रांसफर कराई थी। पुलिस और तकनीकी टीमें जांच में जुट गई हैं।
ऐसे हुआ था पूरा फर्जीवाड़ा
20 जुलाई 2025 की शाम अनिल कुमार अग्रवाल को एक अज्ञात नंबर से व्हाट्सएप मैसेज मिला जिसमें एमडी की फोटो डीपी में थी।
मैसेज में नंबर को “भविष्य के लिए सेव” करने को कहा गया।
21 जुलाई को दोपहर करीब 12 बजे उसी नंबर से एक बड़ी डील का हवाला देकर 1.97 करोड़ रुपये ट्रांसफर करने को कहा गया।
अनिल ने बिना पुष्टि किए निर्देश पर अमल कर दिया।
पुलिस की अपील: सतर्क रहें
पुलिस ने कंपनियों और नागरिकों से अपील की है कि किसी भी प्रकार की डिजिटल फाइनेंशियल कम्युनिकेशन की सत्यता की पुष्टि अवश्य करें, विशेष रूप से जब उच्च अधिकारियों की ओर से कोई बड़ा वित्तीय निर्णय लिया जा रहा हो।
यह मामला कानपुर में अब तक की सबसे बड़ी साइबर ठगियों में से एक माना जा रहा है। साइबर सेल अपराधियों की पहचान और गिरफ्तारी के प्रयासों में लगी है।