शान्तनु कुमार
◆ आखिर किसके आदेश से हनुमान मंदिर के पास हो रहा चेकिंग
◆ बड़ा सवाल, लाखों का कैमरा लगने के बाद भी नहीं रुक सका ओवरलोड
◆ रोडवेज बस के सवारी होते रहे हलकान
सोनभद्र । 30 साल बाद जब मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र सोनभद्र आये तो वाराणसी से लेकर – शक्तिनगर तक चौड़ी सड़क देखकर काफी खुश हुए । उन्होंने इसका जिक्र अपने संबोधन में भी किया था । सोनभद्र में मुख्य सचिव को भले ही विकास दिख रहा हो मगर यहां भ्र्ष्टाचार व लोगों की परेशानियां अब तक कम नहीं हुई । बुधवार सुबह से ही मारकुंडी में गाड़ियों की लंबी कतारें लगी हुई हैं । आलम यह है कि एम्बुलेंस को भी निकलने की जगह नहीं । मरीज एम्बुलेंस में कराहता रहा लेकिन खनन विभाग के अधिकारी चेकिंग में मस्त रहे ।
जानकारी लेने पर पता चला कि खनन विभाग की जांच की वजह से भीषण जाम लगा हुआ है । लोगों ने बताया कि यह कोई पहली बार नहीं है जब मारकुंडी में भीषण जाम लगा हुआ है । इसके पहले भी जाम लगते रहे हैं । स्थानीय लोगों ने बताया कि खनन विभाग के अधिकारी हर रोज इको पॉइंट के आगे हनुमान मंदिर के पास चेकिंग के लिए खड़े हो जाते हैं, जैसे ही यह खबर मोटर मालिकों तक पहुंचती है सभी गाड़ियां जहां-तहां खड़ी हो जाती है । लोगों का कहना है कि जब टोलप्लाज़ा के पास खनन विभाग का चेक पोस्ट लगा हुआ है तो हनुमान मंदिर के पास चेकिंग करने का क्या औचित्य है । यदि खनन चेकपोस्ट पर गाड़ियां चेक होती तो जाम की स्थिति नहीं बनती और वहां गाड़ियों को बंद करने का व्यवस्था भी बना हुआ है ।
यहां बड़ा सवाल तो यह है कि आखिर ओवरलोड की गाड़ियां यहां तक पहुंच कैसे रही हैं जबकि मुख्यमंत्री से लेकर अधिकारियों तक का निर्देश है कि लोडिंग पॉइंट से ही अंडरलोड माल दिया जाए ।
बहरहाल मंत्री से लेकर बड़े अधिकारियों को यहां की जमीनी समस्या इसलिए नहीं दिखती क्योंकि दौरे के वक्त जिले में परिवहन सेवा बन्द रहता है, और यही कारण है कि मंगलवार को चीफ सेक्रेटरी को 30 साल बाद सोनभद्र में सिर्फ विकास ही दिखा लोगों की परेशानियां नहीं दिखी।