बिहार विधानसभा में सोमवार को नीतीश सरकार ने फ्लोर टेस्ट पास कर लिया। वोटिंग से पहले ही विपक्ष ने वॉकआउट कर दिया था। सत्ता पक्ष की मांग पर वोटिंग करवाई गई। इसमें समर्थन में 129 वोट पड़े। विपक्ष में एक भी वोट नहीं पड़ा।
इस दौरान नीतीश कुमार ने विपक्ष को जमकर लताड़ा । तेजस्वी यादव के साथ लालू प्रसाद तक को अपने निशाने पर लिया । उन्होंने महागठबंधन से अलग होने की अपनी वजह बताई । उन्होंने 2005 से सीएम पद को संभाला । यह उनका 18 वां साल है । बीच में नौ माह अलग हुए। लालू-राबड़ी ने 15 साल बिहार में काम किया । नीतीश कुमार ने कहा कि जब हम लोगों को मौका दिया गया तो काम किया । राजद का कहना है कि मुस्लिम उनके पक्ष में हैं तो उनके राज में हिन्दू-मुस्लिम के दंगे क्यों होते हैं ।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को आरोप लगाया कि बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के शासन के दौरान पार्टी भ्रष्ट आचरण में लिप्त थी और राजग के नेतृत्व वाली नई राज्य सरकार इसकी जांच कराएगी ।कुमार ने राज्य विधानसभा में अपनी पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) द्वारा लाए गए विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए यह भी दावा किया कि राजद के कार्यकाल के दौरान बिहार में कई सांप्रदायिक दंगे हुए । उन्होंने कहा, ‘‘(राजद शासनकाल में) कोई कानून-व्यवस्था नहीं थी । (2005 से पहले) राजद अपने शासनकाल के दौरान भ्रष्ट आचरण में लिप्त था…मैं इसकी जांच कराऊंगा।”