आनंद कुमार चौबे (संवाददाता)
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सोनभद्र । प्रकृति के प्रति आस्था बढ़ाने वाले सूर्योपासना के चारदिनी महापर्व का सोमवार को उदय होते सूर्य को अर्घ्य के साथ समापन हो गया। सुबह अर्घ्य के समय जहां पूजा घाट श्रद्धालुओं से पटे रहे। वहीं पौ फटने के साथ ही गाजे-बाजे के साथ उदय होते सूर्य की अगवानी की गई और उनकी विधि-विधान से पूजा कर सुख-समृद्धि, लंबी आयु और आरोग्यता का वरदान मांगा गया। व्रती महिलाओं और परिवार के लोगों ने सूप में पूजन सामग्री सजाकर, दीप जलाकर और गन्ने का मंडप सजाकर छठगीत गाते हुए कमर भर पानी में खड़े होकर सूरजदेव को अर्घ्य दिया। व्रती महिलाओं ने सूरज निकलने के बाद विधिवत रूप से पूजन अर्चन कर अपना उपवास तोड़ा। छठी मईया के गीत और पूजन और आरती के बाद उपस्थित जनों को छठ का प्रिय व प्रमुख प्रसाद ठेकुआ वितरित किया गया। इस दौरान छठ गीत से चप्पा-चप्पा गुलजार रहा। इससे पहले पूरी रात पूजा घाटों पर छठ मइया की आराधना होती रही। जगह-जगह जागरण का आयोजन किया गया।इससे पूर्व रविवार को अस्ताचलगामी (डूबते) सूर्य को अर्घ्य दिया गया था।


भोर से ही घाटों पर लगने लगा श्रद्धालुओं का जमघट –
नहाय-खाय के साथ शुरू हुए लोक आस्था के इस पर्व के दूसरे दिन व्रतियों के सूर्यास्त होने पर खरना के तहत रोटी एवं खीर का भोग लगाये जाने के बाद उनके द्वारा रखा गया 36 घंटे का निर्जला उपवास रविवार की शाम डूबते हुए सूर्य एवं सोमवार की सुबह उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के बाद पारण के साथ सम्पन्न हो गया। भगवान भास्कर और छठी मैया की उपासना के लिए घाटों पर आज भोर चार बजे से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। सैकड़ों श्रद्धालु सिर पर प्रसाद की टोकरी रख परिवार के साथ नंगे पैर घाट पर पहुंचे। व्रतियों ने विधि-विधान से छठी मइया की पूजा की, आस्था की डुबकी लगाई और उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया।


रॉबर्ट्सगंज में नगरपालिका रामसरोवर, अकड़हवा तालाब, मेहुड़ी नहर, बढ़ौली के शिव सरोवर, पुसौली तालाब, बिचपई तालाब, गोरारी तालाब, बरकरा तालाब, लोढ़ी तालाब, ढुटेर तालाब, मरकरी नहर, तरावां तालाब आदि पर व्रती महिलाएं तड़के चार बजे से ही पहुंचने लगीं, इनके साथ बच्चे और परिवार के बाकी लोग भी थे। इन्होंने पूजन में सहयोग किया। पानी में ख़डी, मांग से लेकर पूरी नाक तक सिंदूर लगाए महिलाओं के चेहरे से तेज झलक रहा था। भीगे वस्त्र में और हाथों में फल पकवानों से लदी टोकरी के साथ व्रतियों ने सूर्य देव की आराधना की। अंत में उगते सूर्य को अर्घ्य देकर महिलाओं ने परिवार की खुशहाली के लिए कामना की। इस दौरान घाटों पर छठ मैया के गीत गूंजते रहे। छठ पूजा देखने के लिए बड़ी संख्या में स्थानीय लोग पहुंचे।

सुरक्षा के रहे कड़े प्रबंध –
सभी जगह सुरक्षा के कड़े प्रबंध बने रहे। घाटों पर जहाँ फायर ब्रिगेड की गाड़ी जवानों के साथ मुस्तैद रही वहीं यातायात के जवान सड़कों पर यातायात व्यवस्था सम्हालते दिखे। वहीं कोतवाली प्रभारी निरीक्षक लक्ष्मण पर्वत और महिला थाना प्रभारी सरोजमा सिंह लगातार चक्रमण कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते रहे।

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