वाराणसी । गंगोत्री से लेकर गंगासागर तक गंगा दशहरा की धूम दिखाई दे रही है। धर्म नगरी काशी में गंगा दशहरा के मौके ब्रह्म मुहूर्त से ही श्रद्धालुओं का तांता गंगा किनारे आस्था की डुबकी लगाती हुई देखी जा रही । इसके अलावा अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए श्रद्धालु मां गंगा की पूजा अर्चना करते हुए भी दिखाई दे रहे है । धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जेष्ठ मास की शुक्ल पक्ष के दशमी तिथि को गंगा दशहरा का पर्व मनाया जाता है । इसके अलावा ये भी मान्यता है कि आज के दिन पवित्र गंगा में स्नान करने से सात जन्मों के पाप धुल जाते है। वैदिक पुराणों के अनुसार सृष्टि के रचयिता भगवान ब्रह्मा के कमंडल से निकलकर मा गंगा पृथ्वी लोक पर अवतरित हुई थी और पूर्वजों की आत्मा के मोक्ष के लिए मां गंगा को पृथ्वी लोक पर लाने के लिए राजा भागीरथ ने करी तपस्या की थी जिसके चलते आज के दिन है मां गंगा पृथ्वी पर अवतरित हुई थी । गंगा दशहरा के दिन तीन शुभ योग बन रहे हैं जो रवि योग सिद्धि योग और धन योग बन रहा है काशी के पुरोहितों की माने तो इन दिन स्नान ध्यान और दान का काफी महत्व है।