आनन्द कुमार चौबे (संवाददाता)
सोनभद्र । जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह ने आज जिला संयुक्त चिकित्सालय बूथ पर नवजात बच्चे को पोलियो की खुराक पिलाकर पांच दिवसीय पल्स पोलियो अभियान का शुभारंभ किया। जिलाधिकारी ने कहा कि पोलियो खतरनाक बीमारी है। पोलियो की दो बूंद पिलाने से खतरे को टाला जा सकता है।
उन्होंने अपील की इस बीमारी के प्रति सावधान रहें। अपने बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिलाने में कतई लापरवाही ना बरतें एक दूसरे के सहयोग से किसी भी रोग पर काबू पाया जा सकता है।
वहीं मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 आर0जी0यादव ने बताया कि “राष्ट्रीय पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान के तहत इस वर्ष का यह प्रथम चरण है। उन्होने कहा कि जन भागीदारी और व्यापक प्रचार-प्रसार के कारण ही देश के साथ-साथ प्रदेश भी पोलियो मुक्त बन पाया है। कोई भी बच्चा पोलियो से ग्रसित न हो इसलिए ऐहीतियात के तौर पर सावधानी बरतते हुए पोलियो की दवा पिलायी जा रही है। सफलता में स्थायित्व बना रहे इसका भी ध्यान रखा जा रहा है। उन्होंने सभी ब्लॉक के प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों से पोलियो अभियान को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के निर्देश देते हुए कहा इस काम में कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस बर्ष आज से चलने वाले सघन पल्स पोलियो अभियान में पोलियो की खुराक पिलाने के लिये कुल 1092 बूथ बनाए गए हैं। इस अभियान के दौरान लगभग 3.24 लाख से ज्यादा बच्चे को खुराक देने का लक्ष्य तय किया गया है। 657 टीमें घर-घर जाकर बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाएँगी। इस अभियान में 7 मोबाइल टीमें और 36 ट्रांजिट टीमें लगाई गई है। इसके अलावा आज बूथ कवरेज के बाद छूटे बच्चों को दवा पिलाने के लिये प्रत्येक घर-घर जाकर टीम दवा पिलाएगी।”
मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल, सीएमएस डॉ0 अश्विनी कुमार, एसीएमओ डॉ0 प्रेमनाथ, WHO के एसएमओ डॉ0 हेमंत, नाशीम शाह, आशुतोष, राहुल पांडेय, एएनएम मनोरमा, धर्मावती, सीमा समेत अन्य लोग उपस्थित रहे।