छत्तीसगढ़ के जिला रिजर्व गार्ड के दस कर्मी और जिस वाहन में वे यात्रा कर रहे थे उसका चालक बुधवार को एक नक्सली हमले में शहीद हो गए। जिला रिजर्व गार्ड के सुरक्षाकर्मी दंतेवाड़ा के अरनपुर इलाके में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद गए थे। वे इलाके में माओवादी विरोधी अभियान पर थे। क्षेत्र से लौटते समय, डीआरजी बलों का वाहन माओवादियों द्वारा एक तात्कालिक विस्फोटक उपकरण (आईईडी) हमले का लक्ष्य बन गया। यह क्षेत्र राज्य की राजधानी रायपुर से लगभग 450 किमी दूर स्थित है।
विस्फोट में मारे गए दस सुरक्षाकर्मियों और एक चालक की पहचान जोगा सोढ़ी, मुन्ना राम कडती, संतोष तमो, दुगलो मांडवी, लखमु मरकाम, जोगा कवासी, हरिराम मंडावी, राजू राम करतम, जयराम पोडियम, जगदीश कवासी और ड्राइव धनीराम यादव के रूप में हुई है।
नक्सली वारदात के बाद सीएम भूपेश बघेल की प्रतिक्रिया सामने आई है। सीएम ने कहा, “यह बहुत दुखदायी है। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। यह लड़ाई अब अपने अंतिम चरण में है। नक्सलियों को बख्शा नहीं जाएगा।”
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने नक्सली हमले के बाद सीएम बघेल से बातचीत की है। शाह ने राज्य सरकार को हर संभव मदद का भरोसा दिया है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि इंटर स्टेट ज्वाइंट ऑपरेशन और सर्च ऑपरेशन को बढ़ाने की जरूरत है…. ये (भूपेश बघेल) बार-बार बोलते हैं कि (नक्सलवाद) समाप्ति की ओर है, लेकिन इस तरह की बड़ी-बड़ी घटनाएं होती जा रही हैं।
नक्सलियों हमले के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कर्नाटक का अपना दौरा रद्द कर दिया। भूपेश बघेल का वहां चुनाव प्रचार का कार्यक्रम तय था। वह वीर गति को प्राप्त जवानों को श्रद्धांजलि देने और वहां के हालात का जायजा लेने के लिए दंतेवाड़ा जाएंगे।