आनन्द कुमार चौबे (संवाददाता)
सोनभद्र । सरकार की स्क्रैप नीति के तहत पहले चरण में जिले में 44 सरकारी वाहनों को जल्द ही स्क्रैप के लिए भेज दिया जाएगा। परिवहन विभाग को जिले के सभी सरकारी विभागों से 15 साल या इससे ज्यादा पुराने वाहनों की सूची मिल गई है। दूसरे चरण में निजी और कामर्शियल वाहनों को कबाड़ किया जाएगा।पुराने और खटारा हो चुके वाहन पर्यावरण के लिए भी खतरा बने हुए हैं। परिवहन विभाग ऐसे वाहनों का ब्योरा जुटा रहा है जो 15 साल या इससे ज्यादा पुराने हो चुके हैं और बिना फिटनेस व प्रदूषण प्रमाण पत्र के सड़कों पर दौड़ रहे हैं।
दरअसल, सूबे की योगी सरकार ने वायु प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए पुराने वाहनों को चरणबद्ध तरीके से सड़काें से बाहर करने की योजना पर अमल करना शुरू कर दिया है, जिसके लिए पुराने इस्तेमाल न होने वाले वाहनों को स्क्रैप कराने के लिए स्क्रैपिंग नीति लागू की गई है। पहले चरण में 15 वर्ष एवं उससे अधिक पुराने सरकारी वाहनों की स्क्रैपिंग कराने की योजना है। इसके लिए सरकारी वाहनों का विवरण जुटाया जा रहा है।
एआरटीओ धनवीर सिंह ने बताया कि “पहले चरण में स्क्रैप के लिए वाहनों को वाराणसी और लखनऊ भेजा जाएगा। सरकारी विभागों से स्क्रैप के लिए 44 वाहनों की सूची मिल गई है। वहीं दूसरे चरण में निजी वाहनों को भी चिन्हित कर स्क्रैप के लिए भेजा जाएगा। जो वाहन स्वामी पुराने वाहनों का स्क्रैप कराएंगे, उनको परिवहन विभाग की ओर से स्क्रैपिंग प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा। नए वाहनों की खरीद पर उनको रजिस्ट्रेशन आदि में छूट मिलेगी।”