सूडान में फंसे भारतीयों समेत दूसरे विदेशी नागरिकों को निकालने की प्रक्रिया में तेज़ी आई है । सूडान से भारतीयों का पहला जत्था निकला है । 278 लोगों को लेकर भारतीय युद्धपोत INS सुमेधा जेद्दा के लिए रवाना हुआ । भारत सरकार ने अपने नागरिकों को वहां से सुरक्षित निकालने के लिए ऑपरेशन कावेरी शुरू किया है। पीएम मोदी ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि हमारी प्राथमिकता अपने लोगों के सुरक्षित लाने की है और इसकी मुहिम शुरू हो चुकी है । सूडान में जारी गृहयुद्ध के बीच तीन दिन के युद्धविराम का ऐलान किया गया है ।
भारत के इस ऑपरेशन पर पूरी दुनिया की नजर है। भारत ने श्रीलंकाई नागरिकों को भी सूडान से निकाले का प्रस्ताव है जिस पर श्रीलंकाई विदेश मंत्री ने भारत की सराहना की। इसके अलावा, सऊदी अरब का न्यूज अल अरेबिया पोर्ट सूडान से भारतीय नागरिकों को निकालने की लाइव कवरेज करता नजर आया। अल अरेबिया ने अपनी रिपोर्ट में दिखाया कि आईएनएस सुमेधा को बंदरगाह पर डॉक किया गया और बाद में भारतीय नागरिक जहाज पर चढ़ते हुए दिखाई दे रहे हैं।
मामले पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि, ऑपरेशन कावेरी के तहत आज केंद्र सरकार द्वारा INS सुमेधा के जरिए 278 लोगों को सूडान से जेद्दा कि तरफ रवाना किया गया है। इसके पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सूडान में भारतीयों को निकालने की प्रक्रिया पर ट्वीट करते हुए कहा था कि सूडान में फंसे हमारे नागरिकों को वापस लाने के लिए ऑपरेशन कावेरी चल रहा है। उन्होंने कहा, “हमारे जहाज और विमान उन्हें वापस घर लाने के लिए तैयार हैं।
वहीं, 21 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाई लेवल मीटिंग करते हुए सूडान में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए इमरजेंसी प्लान तैयार रखने की बात कही थी ।
गौरतलब है कि पूरे सूडान में लगभग 3,000 भारतीय फंसे हैं। सूडान की राजधानी खार्तूम में कई स्थानों से भीषण लड़ाई की खबरों से सूडान में सुरक्षा स्थिति अस्थिर बनी हुई है ।