22 मार्च की शाम राष्ट्रपति भवन में पद्म पुरस्कारों का वितरण किया गया ।राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने गणमान्य लोगों को पद्म पुरस्कारों से नवाजा । गणतंत्र दिवस 2023 के मौके पर पद्म पुरस्कारों की घोषणा हुई थी, लेकिन पुरस्कार समारोह का आयोजन आज राष्ट्रपति भवन में किया गया । इसमें छह गणमान्य लोगों को पद्म विभूषण, 9 को पद्म भूषण और 91 को पद्म श्री सम्मान से सम्मानित किया गया । कुल 106 लोगों को पद्म सम्मान से नवाजा गया है । पूर्व केंद्रीय मंत्री और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एसएम कृष्णा को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद्म विभूषण से सम्मानित किया । बता दें कि अपने क्षेत्र में उत्कृष्ठ योगदान देने वालों को यह पुरस्कार दिया जाता है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने व्यापार और उद्योग के लिए आदित्य बिड़ला समूह के अध्यक्ष कुमार मंगलम बिड़ला को पद्म भूषण प्रदान किया । आदित्य बिड़ला समूह की विरासत एक सदी के पहले की है । ये विदेश में बिजनेस करने वाले चुनिंदा पहले भारतीय समूहों में से एक है ।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कला के लिए जानी-मानी प्लेबैक सिंगर सुमन कल्याणपुर को पद्म भूषण दिया । उन्होंने अपने चार दशक के करियर के दौरान हिंदी, मराठी और 11 अन्य भाषाओं में अनगिनत हिट गानों को अपनी आवाज़ दी ।
प्रोफेसर कपिल कपूर को साहित्य और शिक्षा के लिए पद्म भूषण प्रदान किया गया । यह जेएनयू में अंग्रेजी के प्रोफेसर रह चुके हैं । इन्हें भारतीय ज्ञान प्रणालियों को एकीकृत करके और इसके लिए संस्थानों की स्थापना करके उच्च शिक्षा को स्वदेशी बनाने का प्रयास करने के लिए जाना जाता है ।
कला के लिए जोधइया बाई बैगा को पद्म श्री दिया ।बैगा पेंटिंग की प्रमुख कलाकार, उन्होंने बैगा जनजाति के पारंपरिक काम, दर्शन और संस्कृति को पहचान दिलाई है।
कला के लिए ऊषा बारले को पद्म श्री प्रदान किया गया । वह छत्तीसगढ़ के पंडवानी और पंथी कला रूपों की कलाकार हैं। उन्होंने इन कला रूपों का इस्तेमाल महिलाओं में उनके अधिकारों के बारे में और लोगों को सरकारी योजनाओं के बारे में जागरूक करने के लिए किया है ।
व्यापार और उद्योग के लिए श्री राकेश झुनझुनवाला (मरणोपरांत) को पद्म श्री प्रदान किया गया । झुनझुनवाला एक निवेशक, व्यापारी और परोपकारी के तौर पर जाने जाते थे। वह अपनी अनूठी निवेश शैली और चतुर बाजार भविष्यवाणियों के लिए काफी चर्चित थे ।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कला के लिए श्री दिलशाद हुसैन को पद्म श्री प्रदान किया । वह मुरादाबाद के धातु के सामान के प्रसिद्ध शिल्पकार हैं और उन्होंने कई कारीगरों को प्रशिक्षित भी किया है ।