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इस वायरस ने देश में बढ़ाई चिंता, ICMR ने अपने ट्विटर हैंडल से दी जानकारी

होली के त्योहार से ठीक पहले देश में एक वायरस का खतरा मंडरा रहा है । भारत के कई हिस्सों में पिछले दो महीनों में लंबी बीमारी और लंबे समय तक खांसी के साथ Influenza के मामलों की संख्‍या में वृद्धि देखने में आई है । कोरोना काल से छाप अभी लोगों के दिलों दिमाग से हटी नहीं है और लगातार नए खतरे चिंता बढ़ा रहे हैं ।

पूरे देश में बुखार और फ्लू के बड़ी संख्या में मामले सामने आए हैं । इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने कहा है कि यह Influenza A subtype H3N2 virus के कारण होता है । यही वजह है कि इसको लेकर केंद्र से लेकर राज्य सरकारें भी अलर्ट मोड पर हैं ।

उधर, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने देशभर में खांसी, जुकाम और जी मचलाने के बढ़ते मामलों के बीच एंटीबायोटिक दवाओं के अंधाधुंध उपयोग के खिलाफ सलाह दी है ।
एसोसिएशन ने डॉक्टरों से केवल लक्षणात्‍मक उपचार (Symptomatic treatment) Prescribe करने को कहा है न कि एंटीबायोटिक्स ।

क्या है h3n2 वायरस के लक्षण

इस वायरस के लक्षण काफी सामान्य हैं. जिस तरह कोरोना वायरस के शुरुआत लक्षण सर्दी, जुकाम और बुखार था, उसी तरह इस वायरस में भी आपको सबसे पहले खांसी या गले में इंफेक्शन जैसी परेशानी हो सकती है। इसके साथ ही उल्टी, जी घबराना, गले के साथ-साथ शरीर में दर्द और दस्त जैसी समस्या भी हो सकती है ।अगर इनमें से कोई भी लक्षण एक दिन से ज्यादा दिखाई दे तो तुरंत अपने चिकित्सक से संपर्क करें और उचित उपचार शुरू करें ।

ICMR ने अपने ट्विटर हैंडल से जानकारी दी है कि एच3एन2 वायरस से बचने और इसे कंट्रोल करने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है, जिनमें शामिल हैं-

● अपने हाथों को साबुन और पानी से धोएं

● कोरोना की तरह अभी मास्क लगाएं

● नाक और आंखों को छूने से बचें

● छींकते या खांसते समय मुंह और नाक को कवर करें

● तरल पदार्थों का खूब सेवन करें

● बुखार और बदन दर्द होने पर पेरासिटामोल लें

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

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