संजीव कुमार पांडेय (संवाददाता)
मिर्जापुर। समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष देवी प्रसाद चौधरी को 2 लाख 39 हजार 25 रुपया जमा करना पड़ा। विन्ध्य कॉरिडोर के लिए धोबी की जमीन के मुआवजा का मिला 38,49,398 लाख अपने बैंक खाता में जमा कराया था। इस पर धोबी समाज के सुनील चौधरी ने धन हड़पने का आरोप लगाया था। मामले में जिला प्रशासन ने धन वापसी के साथ ही ब्याज देने का आदेश दिया था।
विन्ध्य रजक धोबी सुधार समिति का विंध्याचल में धर्मशाला स्थित है। जिसका कुछ हिस्सा विंध्य कॉरिडोर में लिया गया। इसके मुआवजा के तहत धोबी समाज को 38,49,398 लाख दिया गया। समाज समिति का नवीनीकरण न होने के कारण यह धनराशि सपा जिलाध्यक्ष देवी प्रसाद चौधरी ने अपने खाते में ले लिया।करीब डेढ़ साल से अधिक का समय बीत गया। समाज को रुपया न मिलने पर समाज के लोगों ने उन पर धन हड़पने की शिकायत जिलाधिकारी से की। आरोप लगाया कि मुआवजा की धनराशि हड़पने के लिए अलग से समाज का संगठन बनाने की साजिश में लगे हैं। जबकि कुछ लोग पुराने संगठन का नवीनीकरण कराना चाहते हैं।
शिकायत में लिखा था कि जिलाध्यक्ष ने समिति की करोड़ों की संपत्ति को अपना बताकर रजिस्ट्री किया था। उसके धन को भी अपने खाते में जमा किया गया। अब नया संगठन बनाकर अपना वर्चस्व कायम रखने के लिए साजिश किया जा रहा है।
शिकायत के बाद पर्यटन अधिकारी ने देवी प्रसाद चौधरी को मूल धन ब्याज के साथ वापस करने का निर्देश दिया था। इस पर उन्होंने स्पेशल लैण्ड एक्विसन ऑफिसर के सरकारी खाता में रुपया जमा किया। इसकी जानकारी जिलाधिकारी दिव्या मित्तल से मुलाकात कर दी।