तुर्की और सीरिया में शक्तिशाली भूंकप ने भयंकर तबाही मचाई । रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 7.8 मापी गई। जिस वक्त भूकंप आया उस वक्त लोग अपने घरों में सो रहे थे । भूकंप की वजह से अभी तक लगभग 1500 से ज्यादा लोगों की मौत की खबर आ रही है। कई इमारतें भी मलबे में तब्दील हो गई । भूकंप कितना जोरदार था इसका अंदाजा इससे लगा लीजिए कि झटके साइप्रस और मिस्र तक महसूस किए गए । सीरिया के राष्ट्रीय भूकंप केंद्र के प्रमुख रायद अहमद ने सरकार समर्थक रेडियो को बताया कि ये देश के इतिहास सबसे बड़े भूकंप में से एक था ।
वहीं तुर्किए में आए भूकंप से निपटने के लिए हर संभव सहायता प्रदान करने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्देश के क्रम में, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. पी. के. मिश्रा ने तत्काल राहत उपायों पर चर्चा करने के लिए साउथ ब्लॉक में एक बैठक की। यह निर्णय लिया गया कि तुर्किए गणराज्य की सरकार के समन्वय से, राहत सामग्री के साथ एनडीआरएफ के खोज और बचाव दलों एवं चिकित्सा दलों को तुरंत भेजा जाएगा।
विशेष रूप से प्रशिक्षित डॉग स्क्वॉड और आवश्यक उपकरणों के साथ 100 कर्मियों वाली एनडीआरएफ की दो टीमें खोज और बचाव कार्यों के लिए भूकंप प्रभावित क्षेत्र में जाने के लिए तैयार हैं। आवश्यक दवाओं के साथ प्रशिक्षित डॉक्टरों और पैरामेडिकल कर्मियों वाली चिकित्सा टीमें भी तैयार की जा रही हैं। तुर्किए गणराज्य सरकार, अंकारा स्थित भारतीय दूतावास तथा इस्तांबुल स्थित महावाणिज्य दूतावास के कार्यालय के समन्वय से राहत सामग्री भेजी जाएगी।
बैठक में कैबिनेट सचिव एवं गृह मंत्रालय, एनडीएमए, एनडीआरएफ, रक्षा, विदेश मंत्रालय, नागरिक उड्डयन और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालयों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।