संजीव कुमार पांडेय(संवाददाता)
मिर्जापुर।माघ पूर्णिमा तिथि पर विन्ध्याचल धाम में भारी दुर्व्यवस्था के बीच लाखों श्रद्धालुओं ने दर्शन पूजन किया। मां विन्ध्यवासिनी के दरबार में पूर्णिमा तिथि पर दूरदराज से आने वाले श्रद्धालु आते हैं। माघ मास की पूर्णिमा तिथि पर इनकी संख्या 3 लाख से अधिक पहुँच गई। पूर्व से ही कोई रणनीति न बनाये जाने का खामियाजा भक्तों को भुगतना पड़ा।करीब 2 किलोमीटर दूर ओझला पुल से जाम का आरम्भ हुआ सिलसिला मंदिर तक नजर आया। सड़क पर वाहन जाम में थे। मंदिर मार्ग पर भक्तों की भीड़ लगी थी। कतार की बाते भीड़ की धक्का मुक्की में धराशाही हो गई।
यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई थी। ओझलापूल से मंदिर की सीमा तक वाहनों की लंबी कतार लगी थी। सफाई व्यवस्था गंगा घाटों पर अत्यंत दयनीय दिखाई पड़ा। गंगाघाटों के ऊपरी हिस्से में कूड़ा कचरा बिखरा पड़ा था। जगह जगह नालियों का गन्दा पानी दर्शनार्थियों को आत्मिक पीड़ा पहुंचा रहे थे । गंगाघाटों पर स्नानार्थियों की भारी भीड़ प्रातः से गंगा में डुबकी लगा रही थी । बीच बीच में जयकारों का उद्घोष भी गुंजायमान हो रहा था।
तिथि पर उमड़ने वाली भीड़ को जिम्मेदार लोगों ने नजर अंदाज कर दिया गया।जिसका परिणाम दूर दराज से आने वाले भक्तों को उठाना पड़ा। माघ माह, पूर्णिमा तिथि और रविवार के चलते लोगों को माता विंध्यवासिनी दर्शन पूजन करना पड़ा। श्रीविंध्य पंडा समाज के साथ वार्ता कर कोई तैयारी नहीं किया गया था। जिसके चलते लोग जाम में फंसकर परेशान रहे। विंध्य कोरिडोर प्रगतिकार्य के चलते कुछ मार्ग बंद है। सहायक गलियां बेहद संकरी है। जिसमे आवागमन के समय श्रद्धालुओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।