
चोपन। गढ़ईडीह प्रितनगर में स्थित नर्वदेश्वर मंदिर परिसर में चल रही श्रीराम कथा सोमवार को संपन्न हो गई। कथा के समापन के बाद मंगलवार को हवन यज्ञ और भंडारे का आयोजन किया गया। भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने पहले हवन यज्ञ में आहुति डाली और फिर प्रसाद ग्रहण कर पुण्य कमाया। श्रीराम कथा का आयोजन नर्वदेश्वर पराम्बा शक्तिपीठ मंदिर समिति की ओर से करवाया गया था। कथा व्यास पं दिलीप कृष्ण भारद्वाज व साध्वी लक्ष्मी किशोरी ने 7 दिन तक चली कथा में भक्तों को श्रीराम कथा की महिमा बताई। उन्होंने लोगों से भक्ति मार्ग से जुड़ने और सत्कर्म करने को कहा। आगे कहा कि हवन-यज्ञ से वातावरण एवं वायुमंडल शुद्ध होने के साथ-साथ व्यक्ति को आत्मिक बल मिलता है। व्यक्ति में धार्मिक आस्था जागृत होती है। दुर्गुणों की बजाय सद्गुणों के द्वार खुलते हैं। यज्ञ से देवता प्रसन्न होकर मनवांछित फल प्रदान करते हैं। उन्होंने बताया कि श्रीराम कथा के श्रवण से व्यक्ति भव सागर से पार हो जाता है। श्रीराम कथा से जीव में भक्ति, ज्ञान एवं वैराग्य के भाव उत्पन्न होते हैं। इसके श्रवण मात्र से व्यक्ति के पाप पुण्य में बदल जाते हैं। विचारों में बदलाव होने पर व्यक्ति के आचरण में भी स्वयं बदलाव हो जाता है। हर कथा या अनुष्ठान का तत्वसार होता है जो मन बुद्धि व चित को निर्मल कर देता है। मनुष्य शरीर भी भगवान का दिया हुआ सर्वश्रेष्ठ प्रसाद है। जीवन में प्रसाद का अपमान करने से भगवान का ही अपमान होता है। भगवान को लगाए गए भोग का बचा हुआ शेष भाग मनुष्यों के लिए प्रसाद बन जाता है। कथा समापन के दिन मंगलवार को विधिविधान से पूजा करवाई गई। दोपहर तक हवन और शाम तक भंडारा कराया गया जिसमें नगर सहित आसपास के भारी संख्या में श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण किये। समिति के अध्यक्ष सुनील सिंह ने कथा को सकुशल सम्पन्न कराने में सहयोग करने वाले सहयोगियों के प्रति आभार व्यक्त किया संचालन मनोज चौबे ने किया। इस मौके पर बारमती देवी, आर पी राम,प्रदीप अग्रवाल, उस्मान अली,बालेश्वर सिंह, शेर खान, सतनाम सिंह, दिनदयाल सिंह, अभिषेक दूबे, धर्मेन्द्र जायसवाल,विकास सिंह छोटकू, रघुराई भारती, हेमंत जायसवाल, राजेश शाहनी, अमर शर्मा, रिक्की भारती, चंद्रकांत सिंह, रामकुमार सोनी, अरविंद उपाध्याय सहीत सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे|
