काश! सीएम यहीं रह जाते…
21 जुलाई 2019
आनन्द कुमार चौबे (संवाददाता)
– आज है आगमन चकाचक हो गई शहर की सड़कें
– उठ गया कूड़ा, लग गया झाड़ू
– अस्थाई गौशाला बना आदर्श गौशाला
– शहर से गायब हुए पॉलीथिन का ढेर
सोनभद्र । सरकारी मशीनरी के कामकाज से हर कोई परिचित है। कमिश्नर-डीएम लाख हिदायत दें लेकिन अधिकारी अपनी मनमानी से बाज नही आते। लेकिन, जब बात सीएम की आती है तो व्यवस्थाएं रातों-रात दुरुस्त हो जाती हैं। सीएम योगी आते है तो व्यवस्थाएं रातों-रात दुरुस्त हो जाती हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ के आगमन से ठीक पहले ऐसा ही देखने को मिला। सड़कों पर चूना फैला था और कई जगह तो नालियां तक चमक रही थीं। आलाधिकारी भी दिनभर घूम-घूमकर तैयारियों का जायजा लेते रहे।
कल देर रात से ही सड़कों पर झाड़ू लगाने का काम यद्ध स्तर पर चालू रहा। चूँकि सीएम कल जिला अस्पताल से कलेक्ट्रेट भी जाएँगे इसलिए जिला अस्पताल से लेकर बढ़ौली चौराहे तक सड़कों को चमकाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जा रही। वहीं लाख शिकायतों के बाद भी कूड़े का उठान नहीं होता है लेकिन जैसे ही सीएम के दौरे की खबर लगी देर रात तक कूड़ा उठानेवाला वाहन जगह-जगह से कूड़ा उठाता रहा जिससे कूड़े के ढ़ेर शहर से गायब हो गए। यह नजारा देख आखिरकार नगरवासियों के मुँह से निकल ही गया कि काश सीएम यहीं रह जाते या महीने में सोनभद्र का एक दौरा सीएम या पीएम का लग जाता।
नगर में छुट्टा घूमने वाले आवारा पशु रातों रात गायब हो गए और नगरीय क्षेत्र में बने अस्थाई गौशाला में पहुँचा दिए गए और अधिकारियों ने कड़ी मेहनत कर एक रात में ही अस्थाई गौशाला को भी एक आदर्श गौशाला में तब्दील कर दिया तो लोगों के मुँह से निकल गया काश सीएम यहीं रह जाते।
पीएम और सीएम आने से पहले बिजली, पानी, सड़क और सफाई की व्यवस्था हो जाती है। ऐसी व्यवस्था रोजाना होनी चाहिए, जिससे जनता को राहत प्रदान हो सके – गिरीश पाण्डेय (नगरवासी)
सीएम हो या पीएम, उनके आने से पहले सफाई शुरू हो जाती है। जिन इलाकों से उनको गुजरना होता है, वहां सफाई की जाती है। बाकी इलाके उन दिनों में बद से बदतर स्थिति में पहुंच जाते हैं – शान्तनु चौबे (नगरवासी)
अंततः नगरवासियों ने माना कि नगर को गंदगी मुक्त रखने के लिए महीने में एक बार सीएम या पीएम का दौरा लगना चाहिए या फिर काश! सीएम यहीं रह जाते।